लबों तक आकर भी .,
जो ज़ुबां पर नही आता...!!#
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मोहब्बत में सब्र का .,
वो मुक़ाम हो तुम...!!#
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किताबों के पन्ने पलट के सोचता हूँ ....
ज़िंदगी यूँ पलट जाए, तो क्या बात है ।
क़त्ल कर के तो ले जा सकते हो दिल मेरा....
कोई बातों से ले जाए, तो क्या बात है।
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शायर तो हम है शायरी बना देंगे
आपको शायरी मे क़ैद कर लेंगे|
कभी सूनाओ हमे अपनी आवाज़
आपकी आवाज़ को हम ग़ज़ल बना देंगे.||