उसे शिकायत है की मै उसे समझ ना सका...
पर मुझे नाज है मै जानता ही बस उसी को हूँ...🖤
*वो खुलकर कुछ बोली ही नहीं,*
*धोखा भी धोखे से दिया उसने* 💔💔
*दोस्तों की महफ़िल सजे, ज़माना हो गया,*
*लगता है जैसे खुल के जिए, एक ज़माना हो गया।*
*काश कहीं मिल जाए, वो काफिला दोस्तों का,*
*ज़िंदगी जिये, एक ज़माना हो गया।*
*ना सुबह की खबर है*
*ना शाम का पता है*
*अपने ही शहर में आजकल*
*हम लापता है*
*महफिल थी दुआओं की , तो मैंने भी एक दुआ मांग ली !!"*
*मेरे दोस्त सदा खुश रहें, मेरे साथ भी, मेरे बाद भी !!*
*मोहब्बत के लिए खूबसूरत होने की कैसी शर्त !!*
*इश्क हो जाए तो सब कुछ खूबसूरत लगने लगता है !!*
💕 🌹
💖 *नफ़रत करना तो कभी सिखा ही नहीं* *साहेब*
*हमने तेरा इंतजार किया है अपना समझ कर....*💖
💕_*कहेते है ..."हसते-खेलते" बीत जाये ये "जिंदगी"!*_
_*पर*_
"_*खेलना" बचपन में छुट गया*_ _*और हँसना "जिम्मेदारीयौं" ने भुलवा दिया*_.💕